गुरुवार, 14 जून 2012

सदा याद रखने योग्य बापदादा के अनमोल महावाक्य


...मन के मालिक ही विश्व के मालिक बनने हैं।
...दृढ़ता सफलता की चाबी है।
...जब व्यर्थ समाप्त हो जायेगा तो सदा श्रेष्ठ संकल्प का खजाना कमाल दिखायेगा।
...सफलता आप बच्चों हर एक का जन्म सिद्ध अधिकार है।   19/10/11

...बात के बजाये बाप को आगे रक्खो।
...समय की गति फास्ट हो रही है तो बच्चों के पुरषार्थ की गति भी फास्ट होना चाहिए।  15/11/11

...सबसे श्रेष्ठ है बापदादा का दिलतख्त।
...हिम्मते बच्चे एक बार तो बाप हजार बार मददगार है।उमंग है तो बापदादा का सहयोग भी है।  15/12/11

...अभी समय को , समाप्ति के समय को सामने लाओ। अब रिटर्न जरनी याद रक्खो।   31/12/11

...मन में कोई भी बात का उमंग उत्साह आता है तो वह कार्य साकार रूप में अच्छा हो जाता है।
...कहा हुआ भी  है मनजीत जगतजीत।    18/1/12

...आप सिर्फ योग लगाने वाले नहीं हो , योगी जीवन वाले हो।   2/2/12

...मेरा बाबा , मेरा बाबा दिल में समाते कहना अलग चीज है  लेकिन दिल में समाना , दिल की बात कभी भूलती नहीं है।   19/2/12

. ..जहाँ उमंग है, उत्साह है वहां सफलता है ही।    5/3/12

...जितनी ख़ुशी बाँटेंगे उतनी ख़ुशी बढ़ेगी।   20/3.12 

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