शनिवार, 9 जून 2012

पुरषार्थ की रिजल्ट और पुरषार्थ में अटेंशन

 ...अभी तक सम्पूर्ण पवित्रता के हिसाब से व्यर्थ संकल्प भी अपवित्रता का बीज है।तो बापदादा ने देखा यह व्यर्थ संकल्प चलना,यह मैजारिटी बच्चों में अब भी संस्कार रहा हुआ है।एक व्यर्थ संकल्प और दूसरा व्यर्थ समय यह मैजारिटी बच्चों में अब भी दिखाई देता है। और व्यर्थ संकल्प का अधर है मन, जो मनमनाभव होने नहीं देता क्योंकि बापदादा ने काफी समय से इशारा दे दिया है कि जो कुछ होना है अचानक होना है। तो अचनक के हिसाब से बापदादा ने चेक किया मैजारिटी बच्चों में यह व्यर्थ संकल्प का संस्कार है। तो जब ब्रह्मा बाप व्यर्थ समय,व्यर्थ संकल्प के विजयी बन कर्मातीत हुए तो फालो फादर।    19/10/11




 ...बापदादा ने देखा कि अब सम्पूर्ण बनने में कुछ मार्जिन रही हुई है।सेवा तो की लेकिन सेवा की रिजल्ट में          आपके साथी कितने बने ?हिसाब निकालो कि जो सुनतें हैं वह समीप कितने आते हैं ? बापदादा बच्चों की हिम्मत पर खुश है लेकिन अभी सर्विस की रिजल्ट में और तीव्रता लानी है।
     सभी बच्चे प्लैन बहुत अच्छा बनाते हैं , अमृतवेले बहुत मीठी मीठी बातें करतें हैं सब। मैजारिटी इतनी मीठी बातें करतें हैं जो बाप भी बातें सुन कुर्बान हो जातें हैं।लेकिन पता है फिर क्या होता है ? जब कर्म के क्षेत्र में आतें हैं, सम्बन्ध में आतें हैं , सेवा में आतें हैं , तो जो बातें आतीं हैं उसमे थोडा थोडा बदल जातें हैं।   15/11/11


...बापदादा देखतें हैं पुरुषार्थ करतें हैं लेकिन सभी का तीव्रता का पुरषार्थ अभी होना चाहिए।
... बापदादा ने देखा कि पुरुषार्थ भी सब बच्चें करतें हैं। पुरुषार्थ की लगन भी है ,अपने से ही प्रामिस भी बहुत करतें हैं,अब नहीं करेंगे ,अब नहीं करेंगे...लेकिन कारण क्या होता है ? कारण है पुरुषार्थ में द्रढ़ता कम है।बीच बीच में अलबेलापन आ जाता है। हो जायेंगे ,बन जायेंगें .....यह अलबेलापन पुरुषार्थ को ढीला कर देता है। तो अब क्या करेंगें ? अभी यही विशेष अटेंशन दो ,अपने आप अपना प्रोग्राम बनाओ, जिसमे सारा दिन मन को बिज़ी रखो।   30/11/11


..बाप जानतें हैं की प्यार सभी बच्चों का है, नम्बरवार है लेकिन प्यार है इसमें बापदादा भी सभी बच्चों को सर्टिफिकेट देतें हैं कि प्यार है। प्यार तो है लेकिन बापदादा ने देखा कि कभी कभी नटखट हो जातें हैं, तो बाप उस समय क्या करता ? बाप देख देख विशेष शक्ति देता रहता क्योंकि बाप यही चाहतें हैं कि हर बच्चा राजा बच्चा है ...  31/12/11


बापदादा ने देखा अभी भी बाप द्वारा दिए हुए विश्व सेवाधारी का वरदान हर बच्चे ने अति स्नेह और दिल से किया है और कर रहे हैं। रिजल्ट भी बापदादा ने देखी ,हर एक बच्चे दिल में लगन हैं मेरा  बाबा और बाप के दिल में स्नेह है वाह मेरे बच्चे।   18/1/12


बापदादा ने देखा सभी अटेंशन रखतें हैं लेकिन नियमित रूप से अपनी दिनचर्या सेट करो।
..आजकल की मुरलियां सुनते हुए बापदादा देखा अपने दिनचर्या में अटेंशन ज्यादा गया है। अटेंशन बढ़ा है तो टेंशन संस्कारों का कम होता जायेगा।   2/2/12




बाप से प्यार है ना तो प्यार के कारन जो बाप कहतें हैं वह करने चाहते हैं , यह बाप के पास भी रिजल्ट आती है लेकिन क्या है, दृढ़ता कम है, दृढ़ता को यूज करो।   19/2/12


बापदादा हर बच्चे का रिकार्ड रोज देखते हैं। तो क्या देखतें हैं ?हर एक अपने दिल में तो जान गये होंगें। राज्याधिकारी तो बने हैं लेकिन अभी जो स्वराज्य अधिकारी हो , स्वराज्य अधिकारी अर्थात मन-बुद्धि संस्कार को अपने कंट्रोल में चलाने वाला। जब चाहें जैसे चाहें वैसे अधिकार में रहें।जैसे यह स्थूल कर्मेन्द्रियाँ हाथ है, पावं है अपने कंट्रोल में रहते हैं ऐसे मन बुद्धि संस्कार जब चाहे जैसे चाहे रूलिंग पावर और कंट्रोलिंग पावर हो।
...बापदादा देखतें हैं , पुरषार्थ बहुत  करतें हैं लेकिन पुरषार्थ के साथ दृढ संकल्प की आवश्यकता है।   3/5/12

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