शनिवार, 23 जून 2012

बापदादा द्वारा अलौकिक ज्ञानरत्नों की अलौकिक व्याख्या

तीव्र पुरुषार्थी अर्थात बापदादा की आशाओं को पूर्ण प्रैक्टिकल करने वाले।  15/12/11

ज्वालामुखी योग अर्थात लाईट माईट स्वरूप शक्तिशाली।  31/1211


व्यर्थ समय संकल्प को बचाना अर्थात समाप्ति का समय समीप लाना।
वारिस का अर्थ ही है स्नेह सहयोग और सेवाधारी।   19/2/12


संकल्प किया और हुआ इसको कहा जाता है दृढ संकल्प।    5/3/12 

मंगलवार, 19 जून 2012

संगम युग ( वर्तमान समय ) का महत्व

इस समय इस छोटे से जन्म में 21 जन्म की प्राप्ति निश्चित है।तो सोचो संगम का छोटा सा जनम एक एक मिनट कितना महान है।हिसाब लगाओ, इस जनम में 21 जनम का राज्य भाग्य लेना है तो संगम का एक मिनट भी कितना वैल्युबुल है।   30/11/11


...समय का अटेंशन रखें।यह सोचो कि सभी को इस संगम समय में भविष्य बहुत समय की सफलता प्राप्त करनी है। 21 जन्म का वर्सा लेना है। तो कहाँ  यह एक जन्म और कंहाँ 21 जन्म।     31/12/1


...अब संगम का समय कितना श्रेष्ठ सुहावना है, इस संगम के समय ही सर्व खजाने बाप द्वारा  प्राप्त होते हैं, संगम का एक एक सेकेण्ड महान है इसलिए संगम का मूल्य सदा अपने बुद्धि में रखो।    2/2/12


...सदा अमृतवेले यह स्मृति में रखो कि यह संगम का एक-एक दिन कितना महान है।इस छोटे से जन्म में 21 जन्म  की प्राप्ति गेरेंटी है।तो एक एक दिन का कितना महत्व हुआ ! कहाँ 21 जन्म और कहाँ यह छोटा सा एक जन्म।    19/1/12


...संगमयुग के हर घडी की बहुत वैल्यू है। संगम युग की एक घडी अवनाशी हो जाती है क्योंकि हर घडी का 21 जन्मों के साथ सम्बन्ध है। अब की एक घडी का सम्बन्ध 21 जन्मों के साथ है।तो चेक करो एक घडी अगर व्यर्थ गई तो एक जन्म की बात नहीं 21 जन्म के संबंध की बात है इसलिए बापदादा बच्चों को समय प्रति समय अटेंशन खिचवा रहे हैं कि संगम युग की एक घडी को भी एक संकल्प को भी व्यर्थ नहीं गंवाओ क्योकि एक जन्म व्यर्थ नहीं गंवाया लेकिन 21 जन्म में व्यर्थ गंवाया। संगम युग का महत्व हर समय याद रखो।   ...अभी संगम युग में जो चाहे जितना चाहे उतना बाप से सहयोग मिल सकता है।
...संगम के एक एक सेकेण्ड का कनेक्शन 21 जन्मों का है। यंहां आपने अगर एक सेकेण्ड या एक मिनट सफल किया तो 21 जन्म आपका सफल रहेगा। गेरेंटी है।
...संगम  युग का समय बहुत प्यारा है, एक सेकेण्ड नहीं है एक  सेकेण्ड एक वर्ष की प्राप्ति समान है इसलिए बापदादा कहते ही रहते हैं की एक सेकेण्ड भी व्यर्थ नहीं जाये। एक संकल्प भी व्यर्थ नहीं जाये।    5/3/12


...संगम का समय एक-एक मिनट का कनेक्शन 21 जन्म के साथ है। और इस समय बापदादा का बच्चों से बच्चों का बाप से प्यार है। तो संगम समय का एक सेकेण्ड , सेकेण्ड नहीं है क्योंकि 21 जन्मों का कनेक्शन है। 3/4/12

गुरुवार, 14 जून 2012

बापदादा द्वारा हम बच्चों को दिए गए टायटिल

आज सर्वशक्तिवान बाप अपने मास्टर सर्वशक्तिवान बच्चों को सर्व शक्तियों का खजाना देने आयें हैं। 15/11/11

एक एक बच्चे को बापदादा आज तीव्र पुरुषार्थी का  टायटिल  दे रहा है। 30/11/11

आज बापदादा बेफिक्र बादशाहों की सभा देख रहे है।   15/12/11

अप सभी बापदादा के अभी भी राजा बच्चा और भविष्य में राजा बच्चा हो।   31/12/11

इस समय सभी स्वराज्य अधिकारी हैं अर्थात मन, बुद्धि , संस्कार , कर्मेन्द्रियों के राजा हैं।   2/2/12

आज चाहे सम्मुख चाहे दूर के सन्तुषमणि बच्चों को देख रहे हैं। 20/3/12

आज बापदादा चारों ओर के अपने बेफिक्र बादशाहों को देख रहे हैं। 3/4/12

सदा याद रखने योग्य बापदादा के अनमोल महावाक्य


...मन के मालिक ही विश्व के मालिक बनने हैं।
...दृढ़ता सफलता की चाबी है।
...जब व्यर्थ समाप्त हो जायेगा तो सदा श्रेष्ठ संकल्प का खजाना कमाल दिखायेगा।
...सफलता आप बच्चों हर एक का जन्म सिद्ध अधिकार है।   19/10/11

...बात के बजाये बाप को आगे रक्खो।
...समय की गति फास्ट हो रही है तो बच्चों के पुरषार्थ की गति भी फास्ट होना चाहिए।  15/11/11

...सबसे श्रेष्ठ है बापदादा का दिलतख्त।
...हिम्मते बच्चे एक बार तो बाप हजार बार मददगार है।उमंग है तो बापदादा का सहयोग भी है।  15/12/11

...अभी समय को , समाप्ति के समय को सामने लाओ। अब रिटर्न जरनी याद रक्खो।   31/12/11

...मन में कोई भी बात का उमंग उत्साह आता है तो वह कार्य साकार रूप में अच्छा हो जाता है।
...कहा हुआ भी  है मनजीत जगतजीत।    18/1/12

...आप सिर्फ योग लगाने वाले नहीं हो , योगी जीवन वाले हो।   2/2/12

...मेरा बाबा , मेरा बाबा दिल में समाते कहना अलग चीज है  लेकिन दिल में समाना , दिल की बात कभी भूलती नहीं है।   19/2/12

. ..जहाँ उमंग है, उत्साह है वहां सफलता है ही।    5/3/12

...जितनी ख़ुशी बाँटेंगे उतनी ख़ुशी बढ़ेगी।   20/3.12 

समय की समाप्ति का इशारा व अचानक की पार्ट

...बापदादा ने काफी समय से इशारा दे दिया है कि जो कुछ होना है वह अचानक होना है। 19/10/11

...अभी समय नाजुक आ रहा है ना इसलिए अटेंशन थोडा ज्यादा चाहिए।   15/11/11

...बापदादा सभी बच्चों को समय का इशारा दे रहें हैं। अचानक का पाठ पक्का करा रहें है,    15/12/11

...अभी समय दिन प्रतिदिन नाजुक आना ही है।
...संगम का समय अचानक समाप्त होना है।     31/12/11

...बापदादा तो बच्चों का दुःख दर्द , पुकार सुन करके बच्चों द्वारा अभी जल्दी समाप्ति कराने चाहते हैं।   18/1/12

....होना सब अचानक है।..     19/2/12

...अभी समय की गति को देख रहे हो।और बापदादा तो बहुत समय से अचानक की वार्निंग दें रहें हैं इसलिए अभी हर एक बच्चे को स्वमान देतें हैं - हर बच्चा दृढ संकल्पधारी विशेष आत्मा बनो।    5/3/12

...बापदादा बहुत समय से कह रहे हैं कोई भी हलचल अचानक आनी  है।    20/3/12

....देख रहे हो बापदादा तो कहते ही है की सब अचानक होना है।कोई बच्चें समझतें हैं अचानक अचानक भी बहुत समय हो गया है। अभी होना चाहिए। लेकिन अचानक तब हो जब बच्चें भी बाप सामान बन जांयें।  3/4/12

मंगलवार, 12 जून 2012

बापदादा द्वारा हम बच्चों प्रति डायरेक्शन

...जो कार्य आरंभ करते हो उसमे पहले द्रढ़ संकल्प का बीज डालो, उसका फल निकलना ही है।  19/10/11


...बापदादा ने दो बातें कही थी कि सेकंड में फुलस्टाप लगाने वाले बच्चे चाहिए। व्यर्थ संकल्पों का नाम निशान न रहे।जिसको भी सन्देश देते वह सन्देश सुन परिवर्तन करने के उमंग उत्साह में आ जाएँ।अब बापदादा यह रिजल्ट चाहतें हैं।इसके लिए बापदादा बच्चों को राय देते हैं , आज्ञा भी करतें हैं, कि सेवा करते हो लेकिन जिनकी भी सेवा करते हो , एक ही समय पर तीन रूपों और तीन रीति से सेवा करो।तीन रूप नालेजफुल , पावरफुल और लवफुल , इन तीन रूपों से सेवा करो और तींनो रीति से सेवा करो,वह तीन रीति हैं मन्सा - वाचा - कर्मणा एक ही समय , सिर्फ वाणी से सेवा नहीं लेकिन वाणी के साथ मन्सा सेवा भी साथ साथ हो। पावरफुल माइंड हो।
 ...तो बापदादा के कहने का यही सार है कि अभी हर एक को अपना तीव्र पुरुषार्थ कर और द्रढ़ संकल्प करना है कि मुझे बाप सामान बनना ही है ...  15/11/11


बापदादा ने पहले भी सुनाया है कि दो बातों का विशेष अटेंशन दो। दो बातें कौन सी ? याद है ना ! एक समय और दूसरा संकल्प।संकल्प व्यर्थ न जाये, समय व्यर्थ न जाये।एक एक सेकेण्ड सफल हो।
 ...अभी यही विशेष अटेंशन दो, अपने आप अपना प्रोग्राम बनाओ, जिसमे सारा दिन मन को बिजी रखो।
 ...अभी हर को दृढ संकल्प कर रोज बापदादा को अपनी रिजल्ट सारे दिन की कैसी देनी है ? तीव्र पुरुषार्थ की।
....रहम दिल बनो। दुखियों को सुख का रास्ता बताओ , चाहे मन्सा से चाहे वाचा से, चाहे सम्बन्ध - सम्पर्क से। अपना परिवार है ना ! तो परिवार का दुःख मिटाना है। रहम दिल बनो।
...हर एक को वारिस निकलने की जिम्मेवारी है।   31/11/11


... एक जन्मों में अनेक जन्मों की प्रालब्ध बनानी है  इसलिए बापदादा ने इशारा दिया था तो संगम के  समय में दो बातों का हर समय अटेंशन देना है। वह दो बातें तो याद होंगी - समय और संकल्प।
   बापदादा ने पहले भी इशारा दिया है की अभी समय अनुसार तीव्र पुरुषार्थी बनने की आवश्यकता है। तीव्र  पुरुषार्थी बनने के लिए मुख्य पुरुषार्थ है  सेकेण्ड में बिंदी लगाना।सेकेण्ड और बिंदी दोनों सामान।15/12/11


मन के लिए यह दृढ संकल्प करना है कि कभी भी किसी के प्रति भी किसी भी  सरकमस्टांस प्रमाण कोई भी  संकल्प न कर सदा हर आत्मा के प्रति शुभ भावना, शुभ कामना रखनी ही है।
...बापदादा इस पुराने वर्ष के साथ इस वृत्ति  वा दृष्टि को हर बच्चे से विदाई चाहते है।
..अमृतवेले जब याद में बैठते हो  जब उठने का समय होता है उस समय बापदादा का यह वरदान अपने दिल में याद रखना  तीव्र पुरुषार्थी भव।
फ़रिश्ता बनना ही है यह दृढ संकल्प हर एक अपने आप से करे क्योंकि अपने आप से करेंगे तो अटेंशन रहेगा।                31/12/11


....अभी तीव्र पुरुषार्थी बनना और बनाना , संपन्न बनना और बनाना, इस प्वाईंट के ऊपर भी अभी स्वयं भी उमंग-उत्साह में रहना और वायुमंडल में भी उमंग-उत्साह दिलाना।
..अमृतवेले को पवारफुल बनाओ।
..मन को ऐसे चलाओ जैसे पांव और बांह को चलाते हो।  ...पुरुषार्थ सब कर रहे हैं लेकिन अभी एड करो तीव्र।करना ही है, करेंगें , देखेंगें... यह गे-गे नहीं चलेगा।
..कभी भी कोई भी बहने अपने आप को सिर्फ शक्ति नहीं , शिवशक्ति समझो। शिवशक्ति , बाप साथ है। पांडव से पांडवपति साथ है।   18/1/12


पहले भी सुनाया अब ज्वालामुखी योग की आवश्यकता है, जिससे डबल काम होगा।एक तो अपने पुराने संस्कार का संस्कार हो जायेगा, अभी संस्कारों को मारते हो लेकिन जलाते नहीं हो। मरने के बाद फिर भी कभी-कभी वह जाग जातें हैं। जैसे रावण को सिर्फ मारा नहीं, जलाया। ऐसे आप भी अपने पुराने संस्कारों को जो बीच-बीच में तीव्र पुरुषार्थ में कमी कर देते हैं,उसके लिए ज्वालामुखी योग की आवश्यकता है।एक स्वंय के लिए और दूसरा ज्वालामुखी योग औरों को भी लाइट रूप होने के कारण  , माईट रूप होने के कारण  को उन्हों को भी  किरणों  द्वारा सहयोग दे सकते हो।
 ...बापदादा चाहता है एक -एक बच्चा ऐसा खुशनुमा , खुशनशीब दिखाई दे, चेहरे चलन से क्योंकि समय प्रमाण अभी आपका चेहरा बहुत सेवा करेगा।    2/2/12


...बाप भी चाहतें है कि अभी गेट खोलने के लिए सभी बच्चों को बेहद की वैराग्य वृति चाहिए। यही चाबी  है गेट खोलने की।    19/2/12


...बापदादा आज स्पष्ट सुना रहे हैं ,कि आप और बातें नहीं सोचो यह कैसे होगा, यह क्या होगा, आप अपने को योग्य आत्मा बनाओ। कर्मयोगी आत्मा बनाओ।बाकी बाप हर बच्चे  को ऐसा योग्य बच्चा जो बनेगा उसको सर्व प्राप्ति का वरदान भी दे के आगे बढ़ाएगा,पीछे नहीं रखेगा।
...बापदादा हर बच्चे को यही शिक्षा देने चाहते हैं कि  सदा खुश रहो और ख़ुशी बांटो। जितनी ख़ुशी बांटेगें उतनी ख़ुशी बढ़ेगी।आपको खुशनुमा देख दुसरे भी 5 मिनट के लिए तो खुश होवें।दुखी आत्माएं अगर आपको देख करके 5 मिनट भी खुश हो जाएँ तो उन्हों के लिए तो बहुत दिलपसंद बात है।
...बापदादा सभी के लिए कहतें हैं कि बीच बीच में समय निकाल के चाहे पुराने चाहे नये सभी को एकदम अशरीरी बनने की जरुर करनी है क्योंकि आने वाले समय में सेकेण्ड में अशरीरी बनना ही पड़ेगा।  20/3/12


...यह 5 - 6 मास आप सभी को विश्व के आगे दुखी आत्माओं को पावरफुल वृति द्वारा सुख शांति की किरणे देनी हैं। इसी  में ही अपना मन बिजी रखना है।
...इस सीजन में बापदादा ने पहले भी कहा है कि दो बातों का ध्यान रखना है एक तो संकल्प दूसरा समय।
...समय और संकल्प को सफल करना ही है।व्यर्थ नहीं जाये।    3/4/12

शनिवार, 9 जून 2012

विश्व की आत्माओं को सन्देश दो

...बाप आया और बच्चों को पता भी नहीं पड़े ,तो यह उल्हना मिलेगा ना इसलिए सन्देश देना आपका काम है,उल्हना नहीं मिले,अपने मोहल्ले में भी,ऐसे नहीं सुनते नहीं हैं,सन्देश जरुर सबको पहुंचना चाहिए। कोई उल्हना नहीं दे।   15/11/11




...आपका इस समय के प्रमाण कार्य है विश्व की आत्माओं को सन्देश देने का।
सन्देश तो देना ही है नहीं तो उल्हना मिलेगा। 15/12/11


बापदादा द्वारा हम बच्चों प्रति दिए गए स्वमान

... आप बच्चों में तो संकल्प को पूर्ण करने की ताकत है। 19/10/11




 ...सुखमय संसार का आधार स्वरूप आप बच्चे हो। 15/11/11




... मै स्वमानधारी आत्मा हूँ, इस स्मृति में बैठो तो देखो कितने स्वमानों की लिस्ट सामने आती है।अनेक       स्वमानों की माला सामने आ जाती है ना !
...बापदादा ने स्वमानों की माला हर बच्चे को डाली है।
... संगम पर स्वमं भगवान , आपकी जीवन में स्वयं मालिक आप बच्चों में पवित्रता की विशेषता भरता है। 
 ...सर्व शक्तियाँ आपके पास समय पर बंधी हुई हैं आने के लिए क्योंकि सर्वशक्तिमान बाप ने आपको मास्टर सर्वशक्तिमान बनाया है।   2/2/12


...समय के अनुसार आप लोंगों का एक-एक का स्वमान है विश्व कल्याणकारी।  5/3/12 

सेवा की रिजल्ट , प्रत्यक्षता की ओर



 ....अभी अभी कोई कोई लोग समझते हैं कि इन ब्राह्मण आत्माओं को कुछ मिला है।क्या मिला है, उसका स्पष्टीकरण होता जा रहा है। 19/10/11




....अभी ब्रह्माकुमारियों के कर्तव्य को जानने में बहुत नजदीक आये हैं लेकिन बापदादा ने पहले भी कहा वर्सा आत्माओं को बाप द्वारा मिलना है ,तो बाप को जानें ,समय को जानें ,स्वमान को जानें तब वर्से के अधिकारी बने।अभी बाप आया है,बाप वर्सा दे रहा है,यह बुद्धि में आये तब वर्सा लेके राज्य अधिकारी बने।
    ...पहले पहले जब सर्विस आरम्भ हुई थी तो बहुत मेहनत से शुरू हुई,अभी तो बहुत अच्छा ,सहज है।अभी तो समझते हैं कि ब्रह्माकुमारियों जैसा प्रोग्राम अच्छी तरह से कोई नहीं कर सकते हैं।
      अभी बापदादा ने रिजल्ट में देखा वाणी द्वारा नालेजफुल बांटें हैं लेकी परिवार के साथी बने , इसमें अभी टाइम लगता है। तो बापदादा ने देखा कि समय की चैलेन्ज के साथ अभी सेवा में ऐसी सेवा करो जो एक ही अमी तीनों सेवा द्वारा प्राप्ति का अनुभव करें। 15/11/11




...समझते हैं कि ब्रह्माकुमारियां अभी गवर्मेंट के साथी बन रही हैं क्योंकि प्रैक्टिकल देखते हैं ना कि कितने प्यार से मेहनत करते हैं।  15/12/11




 बापदादा सभा को देख जानतें हैं कि बच्चों की वृद्धि होनी ही है।   30/1/11




 ...अभी सभी की बुद्धि में यह आ गया है कि ब्रह्माकुमारियां ओ कर्तव्य कर रहीं हैं उससे ही कुछ बदल सकता है।
 ...जैसे भारत में अनुभव किया कि अभी जगह जगह जो भी फंक्शन किये हैं ,उसमे रिजल्ट पहले अच्छी निकली है।   31/12/11




अभी समय अनुसार जो उमंग है कि बाप को प्रत्यक्ष करना है, वह धीरे धीरे आत्माओं के दिल में भी आने लगा है। समझते हैं कि ब्रह्माकुमारियों ने कुछ पाया है, परिवर्तन हो रहा है।पहले जो समझते थे पता नहीं क्या करते हैं , अभी यहाँ तक आये हैं की अच्छा कार्य कर रहे हैं।जो हम नहीं कर सकते वह इन्होने अपने संगठन में सफलता पाई है।..
...बापदादा आपकी हिम्मत पर तो खुश है।अब और साथी बनाओ और भी टीचर्स निकालो क्योकि सेवा बढ़नी ही है।अभी थोडा हंगामा होगा और सब उत्कंठा से आपके आगे आएंगे।सर्विस बढने वाली है, कम होने वाली नहीं।     18/1/12




 अभी ज्यादा प्रभाव भाषणों का है। बापदादा खुश है भाषण बहुत अच्छे कर रहे हैं लेकिन दिनप्रतिदिन अभी जैसे यह भाषणों द्वारा , वाणी द्वारा सेवा का उम्मंग अच्छा रखा और सफलता भी पाई। ऐसे ही अभी समय प्रमाण आपकी ज्यादा सेवा चेहरे और चलन से होगी।उसका अभ्यास , जैसे भाषणों का अभ्यास करते करते  होशियार हो गए हो ना।ऐसे अभी चेहरे और चलन से किसी को ख़ुशी का वरदान दो, यह अभ्यास करो क्योंकि समय कम मिलेगा इसलिए समय और संकल्प का महत्व रखते हुए आगे बढ़ते जाओ।
   रेग्युलर स्टुडेंट तो बहुत हैं हर जोन में लेकिन वारिस क्वालटी अर्थात तन-मन-धन से , सम्बन्ध - सम्पर्क से हर कार्य में सहयोगी हो।      19/2/12




अभी बापदादा यही इशारा दें रहें हैं स्व पुरुषार्थ के साथ विश्व सेवा जैसे वाचा की सेवा वर्तमान समय अच्छी धूमधाम से कर रहे हो। बापदादा खुश है,यह 75 वर्ष की जुबली ने सभी के मन में मैजारटी सेवा का उमंग लाया है।बापदादा देख करके खुश है लेकिन अभी मन्सा सेवा की भी आवश्यकता है सभी तरफ विश्व कल्याणकारी बनना है उसमे मनसा वाचा कर्मणा अर्थात चलन और चेहरे से तीनों ही सेवा की अभी आवश्यकता है। रोज चेक करो तीनों सेवाओं में कितनी परसेंट सेवा की ?
    बापदादा ने अभी देखा है कि सेवा का उमंग भी सभी में जाग रहा है, हम भी करें, हम भी करें।यह उमंग आया है।    5/3/12




देखो अभी तक की रिजल्ट में क्या सभी कहते हैं। ब्रह्माकुमारियाँ  बहुत अच्छा काम कर रहीं हैं, बाप प्रत्यक्ष नहीं है। वह अभी भी गुप्त है। तो अभी समय समीप आ रहा है तो आप द्वारा चाहे निमित्त टीचर्स हैं या कोई भी बच्चा है, अभी बाप को  प्रत्यक्ष करो। ब्रह्माकुमारियाँ अच्छा कार्य कर रहीं हैं, यह तो हो गया। यंहां तक तो पहुँच गये हो।लेकिन अभी प्रत्यक्ष करो कि स्वयं परमात्मा ब्रह्मा तन में प्रत्य हो ब्रह्माकुमारियों  ऐसे योग्य बना रहें हैं।अभी यह प्वाइट रही हुयी है। गीत तो गातें हैं मेरा बाबा आ गया, लेकिन अभी अन्य आत्माओं के अन्दर यह प्रत्यक्ष हो की भगवान स्वंय प्रत्यक्ष हो यह कार्य बहिनों द्वारा यह भाइयों द्वारा करा रहें हैं। यह प्रत्यक्षता करनी है ना।
    अब आत्मा जैसे प्रत्यक्ष की है , ऐसे परमात्मा की प्रत्यक्षता का पक्का करो। इसमें बापदादा देखेंगे कि नम्बरवन कौन लेता है ?    3/4/12

पुरषार्थ की रिजल्ट और पुरषार्थ में अटेंशन

 ...अभी तक सम्पूर्ण पवित्रता के हिसाब से व्यर्थ संकल्प भी अपवित्रता का बीज है।तो बापदादा ने देखा यह व्यर्थ संकल्प चलना,यह मैजारिटी बच्चों में अब भी संस्कार रहा हुआ है।एक व्यर्थ संकल्प और दूसरा व्यर्थ समय यह मैजारिटी बच्चों में अब भी दिखाई देता है। और व्यर्थ संकल्प का अधर है मन, जो मनमनाभव होने नहीं देता क्योंकि बापदादा ने काफी समय से इशारा दे दिया है कि जो कुछ होना है अचानक होना है। तो अचनक के हिसाब से बापदादा ने चेक किया मैजारिटी बच्चों में यह व्यर्थ संकल्प का संस्कार है। तो जब ब्रह्मा बाप व्यर्थ समय,व्यर्थ संकल्प के विजयी बन कर्मातीत हुए तो फालो फादर।    19/10/11




 ...बापदादा ने देखा कि अब सम्पूर्ण बनने में कुछ मार्जिन रही हुई है।सेवा तो की लेकिन सेवा की रिजल्ट में          आपके साथी कितने बने ?हिसाब निकालो कि जो सुनतें हैं वह समीप कितने आते हैं ? बापदादा बच्चों की हिम्मत पर खुश है लेकिन अभी सर्विस की रिजल्ट में और तीव्रता लानी है।
     सभी बच्चे प्लैन बहुत अच्छा बनाते हैं , अमृतवेले बहुत मीठी मीठी बातें करतें हैं सब। मैजारिटी इतनी मीठी बातें करतें हैं जो बाप भी बातें सुन कुर्बान हो जातें हैं।लेकिन पता है फिर क्या होता है ? जब कर्म के क्षेत्र में आतें हैं, सम्बन्ध में आतें हैं , सेवा में आतें हैं , तो जो बातें आतीं हैं उसमे थोडा थोडा बदल जातें हैं।   15/11/11


...बापदादा देखतें हैं पुरुषार्थ करतें हैं लेकिन सभी का तीव्रता का पुरषार्थ अभी होना चाहिए।
... बापदादा ने देखा कि पुरुषार्थ भी सब बच्चें करतें हैं। पुरुषार्थ की लगन भी है ,अपने से ही प्रामिस भी बहुत करतें हैं,अब नहीं करेंगे ,अब नहीं करेंगे...लेकिन कारण क्या होता है ? कारण है पुरुषार्थ में द्रढ़ता कम है।बीच बीच में अलबेलापन आ जाता है। हो जायेंगे ,बन जायेंगें .....यह अलबेलापन पुरुषार्थ को ढीला कर देता है। तो अब क्या करेंगें ? अभी यही विशेष अटेंशन दो ,अपने आप अपना प्रोग्राम बनाओ, जिसमे सारा दिन मन को बिज़ी रखो।   30/11/11


..बाप जानतें हैं की प्यार सभी बच्चों का है, नम्बरवार है लेकिन प्यार है इसमें बापदादा भी सभी बच्चों को सर्टिफिकेट देतें हैं कि प्यार है। प्यार तो है लेकिन बापदादा ने देखा कि कभी कभी नटखट हो जातें हैं, तो बाप उस समय क्या करता ? बाप देख देख विशेष शक्ति देता रहता क्योंकि बाप यही चाहतें हैं कि हर बच्चा राजा बच्चा है ...  31/12/11


बापदादा ने देखा अभी भी बाप द्वारा दिए हुए विश्व सेवाधारी का वरदान हर बच्चे ने अति स्नेह और दिल से किया है और कर रहे हैं। रिजल्ट भी बापदादा ने देखी ,हर एक बच्चे दिल में लगन हैं मेरा  बाबा और बाप के दिल में स्नेह है वाह मेरे बच्चे।   18/1/12


बापदादा ने देखा सभी अटेंशन रखतें हैं लेकिन नियमित रूप से अपनी दिनचर्या सेट करो।
..आजकल की मुरलियां सुनते हुए बापदादा देखा अपने दिनचर्या में अटेंशन ज्यादा गया है। अटेंशन बढ़ा है तो टेंशन संस्कारों का कम होता जायेगा।   2/2/12




बाप से प्यार है ना तो प्यार के कारन जो बाप कहतें हैं वह करने चाहते हैं , यह बाप के पास भी रिजल्ट आती है लेकिन क्या है, दृढ़ता कम है, दृढ़ता को यूज करो।   19/2/12


बापदादा हर बच्चे का रिकार्ड रोज देखते हैं। तो क्या देखतें हैं ?हर एक अपने दिल में तो जान गये होंगें। राज्याधिकारी तो बने हैं लेकिन अभी जो स्वराज्य अधिकारी हो , स्वराज्य अधिकारी अर्थात मन-बुद्धि संस्कार को अपने कंट्रोल में चलाने वाला। जब चाहें जैसे चाहें वैसे अधिकार में रहें।जैसे यह स्थूल कर्मेन्द्रियाँ हाथ है, पावं है अपने कंट्रोल में रहते हैं ऐसे मन बुद्धि संस्कार जब चाहे जैसे चाहे रूलिंग पावर और कंट्रोलिंग पावर हो।
...बापदादा देखतें हैं , पुरषार्थ बहुत  करतें हैं लेकिन पुरषार्थ के साथ दृढ संकल्प की आवश्यकता है।   3/5/12

गुरुवार, 7 जून 2012

अव्यक्त बापदादा की हम बच्चों प्रति आशाएं


...बाप को सदा हर बच्चे में यही आशा है कि हर बच्चा बाप सामान बन जाए।   19/10/11

...बापदादा की बच्चों में आशा है हर बच्चा सफलतामूर्त हो,क्योंकि आप लोगों ने बाप के साथी बन संकल्प किया है और बड़े ख़ुशी से चैलेंज की है ,परिवर्तन हुआ क़ि हुआ।
...बापदादा अभी सभी बच्चों को एक ही श्रेष्ठ संकल्प सुनाने चाहते हैं कि अभी स्वयं भी निर्विघ्न रहो और अपने साथियों को,सम्बन्ध में आने वालों को भी निर्विघ्न बनाओ। समय को समीप लाओ।    15/11/11

...बाप यही चाहते हैं कि हर बच्चा बाप के साथ -साथ चले और साथ-साथ राज्य अधिकारी बने।
...बापदादा हर बच्चे को बालक सो मालिक देखना चाहते हैं। किसका मालिक ? सर्व खजानों का मालिक।
...बापदादा अभी यही चाहते हैं की एक एक बच्चा फालो फादर करते हुए बाप सामान सम्पन जरुर बने।   30/11/11

...बाप का बच्चों से प्यार है ना।तो बाप एक को भी साथ चलने में पीछे छोड़ने नहीं चाहते। साथ हैं,साथ रहेंगे,साथ चलेंगे, और साथ राजधानी में राज घराने में आएंगे।
...बापदादा के दिल की आश को तो सभी जानते ही हो। सामान और सम्पूर्ण ,यह दो शब्द सदा चेक करो तो क्या बाप की यह आशा पूर्ण की ? क्योंकि बापदादा हर बच्चे को  बाप के आशाओं का सितारा समझतें हैं।  15/12/11

...बापदादा हर बच्चे के लिए यही शुभ भावना रखते हैं कि हर बच्चा बाप सामान संपन्न और सम्पूर्ण बन जाये। अब तो समय भी साथ दे रहा है।
...बापदादा की यह भी हर बच्चे के प्रति शुभ भावना है की हर बच्चा इस वर्ष में क्या बनें ? क्या बनेगें ? जो भी आपके चेहरे में देखे आपके चेहरे से फरिश्ता रूप दिखाई दे।
...बाप यही चाहता है जितने भी स्टुडेंट , बापदादा की मुरली अध्ययन करने वालें हैं , गाडली स्टुडेंट हैं वह सबके सब क्या बनेगें ? फरिश्ता।    31/12/11

...अब बापदादा यही चाहते हैं कि अभी हर एक बच्चे को यह उमंग उत्साह , द्रढ़ निश्चय , तीव्र पुरषार्थ करना है कि अब बाप सामान फ़रिश्ता बनना ही है क्योंकि अभी सभी को बाप के साथ रिटर्न जरनी करनी है।सामान फ़रिश्ता बनना ही है क्योंकि सभी का वायदा है साथ चलेंगें साथ राज्य करेंगें।  तो ब्रह्मा बाप भी फरिश्ता बन गया , तो साथ कैसे चलेगें ? ब्रह्मा बाप ने जीवन में ही फरिश्तापन का स्वरुप दिखाया। कितनी जिम्मेवारी रही ! सभी को योगी बनाना ही है लेकिन इतनी जिम्मेवारी होते भी आप सबने देखा न्यारा और प्यारा ररहा। सदा बेफिक्र बादशाह रहा, फिकर नहीं बेफिक्र बादशाह। ऐसे आप बच्चों को भी अभी बाप सामान बेफिक्र बादशाह फरिश्ता बनना ही है।यह दृढ संकल्प है, बनना ही है !   18/1/12


...बापदादा एक भी बच्चे को अपने सामान बनाने के बिना रहने नहीं चाहता है। प्यार है ना।
...बापदादा दिल से चाहतें हैं एक बच्चा भी पीछे नहीं रह जाये। साथ में चले।     19/2/12


...बापदादा यही चाहतें हैं कि एक-एक बच्चा डबल राजा बन जाये। अभी स्वराज्य अधिकारी और भविष्य में विश्व  राज्य अधिकारी। कोई भी बच्चा डबल राजा बनने में कम नहीं हो।   5/3/12


...बापदादा का हर बच्चे से बहुत प्यार है इसलिए बापदादा यही चाहतें हैं कि हर बच्चा विजयी भव के वरदानी बनें।सुनाया था ना की कई बच्चें सोचतें हैं हम विजयी तो बने लेकिन माला तो 108 की है, तो विजयी बनके माला में तो आ नहीं सकेंगें  लेकिन बापदादा इतना प्यार है की आप विजयी बनो तो बापदादा माला में लड़े लगा देगा।आप सिर्फ विजयी बनो।   3/4/12